Friday, April 24, 2020

वर्णमाला गीत

वर्णमाला गीत:

अ- अनार के दाने लाल-लाल
आ- आम खाते मिट्ठूलाल
इ- इमली खट्टी, मीठे बेर
ई- ईख के खेत में घुस गए शेर
उ- उल्लू की है आँखें गोलमटोल
ऊ- ऊन लपेटो गोल-गोल
ऋ- ऋषि तप करने को जाते
ए- एड़ी फटे तो मरहम लगाते
ऐ- ऐनक पहने भालू आता
ओ- ओखली में कूटों धान
औ- औरत देखो बड़ी महान
अं- अंगूर सबके मन को भाए
अ:- पुन: कहाँ तुम चल दिए
क- कबूतर करता गुटरगूँ
ख- खरगोश के सिर में पड़ गई जू
ग- गमले में है सुंदर फूल
घ- घड़ी कहे जाओ स्कूल
ड.- गङ्गा भागीरथी लाए
च- चरखा करता धप-धप
छ- छतरी तानो जब हो धूप
ज- जल में जाता बड़ा जहाज
झ- झरने की है मधुर आवाज
ञ- चञ्चल की बढ़ गई चञ्चलता
ट- टमाटर है देखो लाल-लाल
ठ- ठठेरा बनाए बर्तन गोल
ड- डिबिया को तू पहले खोल
ढ- ढक्कन को तू झट से खोल
ण- ठण्डा शर्बत पीकर चल
त- तरकश में से तीर चलाओ
थ- थरमस में से नीर पिलाओ
द- दलिया जैसे सुंदर खीर
ध- धनुष पर तीर चढ़ाएँ वीर
न- नल का पानी बर्फ़ की सिल्ली
प- पतंग उड़ी नीली-पीली
फ- फल को खाना बहुत जरूरी
ब- बकरी का दूध होता है सर्वोत्तम
भ- भवन बना है आलीशान
म- मछली की होती है पानी में जान
य- यज्ञ करावें ऋषि-मुनि
र- रथ पर बैठे थे अर्जुन
ल- लड्डू सब जन भोग लगाए
व- वन में नाचते हैं मोर
श- शबरी खिलाए मीठे बेर
ष- षटकोण की भुजाएँ छः
स- सपेरा बजाए बीन
ह- हलवाई बनाए गुलाबजामुन
क्ष- क्षत्रिय रणभूमि में जाता
त्र- त्रिशूल शिव जी का अस्त्र-शस्त्र कहाता
श्र- श्रीराम के गुणों को अपनाओ
ज्ञ- ज्ञानी तभी तो कहलाओगे|

-डॉ. मधु मिश्रा