Thursday, October 15, 2009

दिवाली का दीपक


यू तो मै कह्ती हू कि हमारे देश में हर दिन दिवाली जैसे ही हो हर ब्यक्ति हमेशा खुश रहे जितने त्यौहार और रीति - रिवाज हमारे देश में है उतना और कही भी नही है। इसी से हमे पता चलता है कि हमारे यहा कितना आपस में प्रेम और सौहार्द की भावना लोगो में प्रबल है। आपस में मिलजुलकर इस गरिमा को बनाये रखना हम सभी का कर्तव्य भी है। सभी को दीवाली की बहुत -बहुत shubhakamnaye.